हमारे हाथो की लकीरो को हमारी किस्मत का आइना माना जाता है, यही वजह है की जब भी भविष्य को जानने के बारे में मन में जो सवाल उठते है तो सबसे पहले हथेली की रेखाओ की ओर ही ध्यान जाता है | अपने भविष्य को जानने की उत्सुकता के चलते लोग ज्योतिषियों को अपना हाथ दिखाते है ताकि भविष्य से जुडी कुछ सम्भावनाओ के बारे में पता लगाया जा सके लेकिन ये हाथ की रेखाएं सिर्फ हमारे भविष्य के बारे में ही नहीं बताती है यह हमारी जीवनशैली, हमारे स्वास्थ्य के बारे में भी कई जानकारी देती है | कई बार ये रेखाएं ऐसी बीमारीओं से भी अवगत करा देती है जिसका हमे आगे चलकर सामना करना पड़ सकता है, आज हम आपको उन बीमारियों के बारे में बताएंगे जिनका सामना आपको करना पड़ सकता है अगर आपकी रेखाएं आपको ऐसे संकेत देती है |
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि हथेली में जीवन की रेखा चंद्र पर्वत की और जाती है तो यह आपके लिए चिंता का विषय हो सकता है क्योंकि जीवन रेखा का चंद्र पर्वत की ओर जाना यौन रोग की समस्या को बढ़ाता है |
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के शुक्र पर्वत अर्थात अंगूठे के नीचे नसें साफ़ नज़र आ रही हो तो ऐसा व्यक्ति किसी यौन रोग से ग्रस्त हो सकता है और अगर ऐसी ही रेखाओ की स्थिति महिला के साथ बनी हुई है तो ऐसी महिला ल्यूकोरिया जैसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो सकती है |
ऐसे व्यक्ति जिनकी हथेली में मष्तिस्क रेखा और जीवन रेखा दोनों शनि पर्वत पर मिलती है तो ऐसे व्यक्ति अतिकामी होते है, इनमे काम की प्रबल भावना होती है और इस भावना के कारण ये अपनी संतुष्टि के लिए गलत तरीके भी अपना लेते है |
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार यदि किसी के हथेली में हृदय रेखा शनि पर्वत के नीचे तक है या फिर बीच में काफी कटी हुयी है तो ऐसे लोग हमेशा काम के बारे में ही सोचते रहते है और अगर इनकी जीवन रेखा अंगूठे के पास से आरम्भ होती है तो ये किसी यौन रोग के भी शिकार हो सकते है |
महिला की कलाई पर द्वीप का निशान अशुभ माना जाता है क्योंकि इस निशान से उनको संतान प्राप्ति में कठिनाई का सामना करना पड़ता है और कई बार उनके गर्भपात होने का खतरा भी बढ़ जाता है इसीलिए ऐसी महिलाओं को अपनी गर्भावस्था के दौरान अपना खास ख्याल रखना चाहिए |
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के हथेली में जीवन रेखा मुड़कर चंद्र पर्वत की और जाती है तो यह यौन रोग के होने की आशंका को कई गुना बढ़ा देता है और वहीँ महिलाओं में ऐसी रेखाओं का होना संतान प्राप्ति में कठिनाई पैदा करता है |